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Monday, July 4, 2016

Negativity से कैसे बचे


         नमश्कार दोस्तों मैं हु Shubham आप सभी का स्वागत करता  blog पे। हर रोज की तरह एक नई आशा के साथ आज का Article आपको समर्पित करता हु। 
         दोस्तों Negativity यानी की नकारात्मकता सबमे होती है। लेकिन कुछ लोग इसकी वजह से हार जाते है। और कुछ लोग इसे ताकद बना कर आगे बढ़  जाते है। इसको जब मैंने परिगण किया तो एक ही जवाब आया अंदर से; वो है Present में रहो जो कुछ भी अपने हाथ में है हम कुछ भी कर सकते है। अगर हमको अपने आप में कोई कमी नजर आती है, तो वो जल्द से जल्द ठीक करने की सोचे क्योकि; अपने अंदर की कमिया ही अपने आपको नकारात्मक सोच पैदा होने को बढ़ावा देते है। इसलिए मेरा हमेशासे यही मानना रहा है की अपने अंदर की कमियों को जल्द से जल्द ठीक करो। और उसको ठीक करने के लिए आपको ही चलना पड़ेगा ये काम आपके सिवाय कोई नहीं कर सकता।
         मजे की बात यह है की Negativity होना भी अपने आप में एक Talent है। क्योकि  वो व्यक्ति अच्छा Analyst कर सकता है। जैसे की ख़ास तौर पर Business में।  Business  में आगे की सोच रखना और लिए हुए निर्णय से अपने फायदे और नुक्सान का अनुमान लगाना। इसलिए  ये एक अच्छी बात होती है। क्योकि आप इससे नुकसान होने से बच सकते है।  ज्यादा तर मनोविज्ञानिक (Psychiatrist ) इसे Tendency मानते है। 

नकारात्मकता  आने के  3 प्रमुख कारण  :- 

१. अपने आसपास का वातावरण, अगर हमारे समाज की सोच नकारात्मक है तो हम को भी बचपन से नकारात्मकता विरासत में मिल सकती है। 

२. आपके साथ अगर खतरनाक हादसा हुआ है, तो वो भी आपके हिम्मत और Positivity  को तोड़ कर नकारात्मक सोचने पर मजबूर करता है।

३. नकारात्मक लोगो के साथ ज्यादा से ज्यादा समय गुजरेंगे तो आप भी वैसे हो जायेंगे 
जैसे की:- किसी पर जेलस होना, आपकी Negative Body Language . 

अब इन तीनो कारणों से बचने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा तो आइये में आप को बताता हु.......... 
           अगर आप पहाली स्थिती में हो तो आपको अपने आप को किसी चीज में Involve करना होगा। जो आपको 24 घंटे Positive रखेंगी।  जैसे की अछि किताबे, Internet पे अच्छे Blog पढ़ो, या फिर सबसे अच्छा तरीका नियमितरूप से ध्यान (Meditation) करो ये काफीआपको Energy देगा या फिर आपको सत्संग पसंद है तो तो उसमे Involve हो जाओ, या फिर आपको जो पसंद है वो करो जैसे की गाना सुनना खेलना कूदना कुछ भी जिससे की आप सकारात्मक (Positive) दुनिया में खो सकते हो। 
           देखिये भारत देश में दो धरा दियी गयी है। एक है भक्ति की और एक है श्रम की। अगर आपके साथ कोई पासवाला  अपने करीब का दोस्त या रिश्तेदार कोई भी हो सकता है वो अगर गलत व्यवहार करे तो उसको Personally  मत लो क्योकि आप अपने आपको जाने अनजाने में Negative बरताव करने पर मजबूर कर रहे हो।इसलिए ऐसी बातो को जल्द से जल्द अपने Mind से निकाल देना चाहिए। 
           एक बात बहुत ज्यादा Important है दोस्तों जिस प्रकार की दुनिया आप चाहते हो, आपको उसी प्रकार की सोच आपको अपनानी पड़ेगी। और जिस  परिस्थिति में आप हो अभी तो आप उसका स्वीकार करो।  हमेशा आप को कोसते नहीं रहना कभी की में ऐसा क्यों हु और वैसा क्यों हु।  लेकिन हां उस परिस्थितिसे  जिमेदारी उठाओ उसको बदलने की। आप बदल सकते है, बस दिल से निश्चय कीजिये और अभीभी जरुरत है  बदलने की तो बदल जाइये धन्यवाद। 
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