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Wednesday, July 6, 2016

अल्बर्ट आइंस्टीन की जीवनी Albert Einstine Success Story

1905 में अल्बर्ट आइंस्टीन ने वैज्ञानिक शोधों के आधार पर लेख प्रकाशित किये और प्रसिद्ध सापेक्षता के सिध्दान्त (Theories of Relativety) दिये. अपने इस काम के कारण अल्बर्ट आइंस्टीन / Albert Einstein नाम संपूर्ण युरोप के भौतिकी वैज्ञानिकों में फ़ैल गया. 
           आइंस्टीन अब पहले स्विट्जरलैंड, फिर प्राग के जर्मनी विश्वविद्यालय और सन 1912 में ज्युरिच के पॉलीटेकनिक में प्रोफेसर हो गये थे. सन 1914 में उन्होंने बर्लिन स्थित प्रुसियन अकादमी ऑफ़ साइंस में नियुक्ति ले ली थी.अल्बर्ट आइंस्टीन  को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति नवम्बर, 1919 में मिली जब रॉयल सोसायटी ऑफ़ लंदन ने उनके सिद्धांतो को मान्यता प्रदान की. इसके बाद सन 1921 तक सारे युरोप में घूम कर अपने विचार बुद्धिजीवियों के सामने रखे. अगले तीन वर्ष उन्होंने विश्व भ्रमण किया और अपने सिद्धांतो से लोगोंको अवगत कराया. सन 1921 में आइन्स्टीन को भौतिक के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य करने के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सन 1933 में आइंस्टीन ने जर्मनी की नागरिकता छोड़ दी. वे बाद में प्रिंसंटन (अमेरिका) में रहने लगे. मानव इतिहास के जाने-माने बुद्धिजीवी अल्बर्ट आइंस्टीन 20 वीं सदि के प्रारंभिक बीस वर्षों तक विश्व के विज्ञान जगत पर छाए रहे. अपनी खोजों के आधार पर उन्होंने अंतरिक्ष, समय और गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत दिये.प्रारंभिक जीवन और शिक्षा / Albert Einstein Early Life And Education
                    बचपन:-
            अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 में जर्मनी में वुतटेमबर्ग के यहूदी परिवार में हुआ. उनके पिता हरमन आइंस्टीन एक इंजिनियर और सेल्समन थे जबकि उनकी माता पोलिन आइंस्टीन थी. 1880 में, उनका परिवार म्यूनिखशहर चला गया जहा उनके पिता और चाचा ने Elektrotechnische Fabrik J. Einstein & Co. नामक कंपनी खोली. कंपनी बिजली के उपकरण बनाती थी, और इसने म्यूनिख के Oktoberfest मेले में पहली बार रौशनी का इंतजाम भी किया था.अल्बर्ट आइंस्टीन  परिवार यहूदी धार्मिक परम्पराओ को नहीं मानता था और इसीलिए आइंस्टीन कैथोलिक विद्यालय में पढने के लिए गये. लेकिन बाद में 8 साल की उम्र में वे वहा से स्थानांतरित होकर लुइटपोल्ड जिम्नेजियम (जिसे आज अल्बर्ट आइंस्टीन जिम्नेजियम के नाम से जाना जाता है) गये, जहा उन्होंने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा ग्रहण की, वे वहा अगले 7 सालो तक रहे, जब तक उन्होंने जर्मनी नहीं छोड़ी.1894 में, उनके पिता की कंपनी असफल हुई : जिसमे डायरेक्ट करंट (DC) ने अल्टरनींग करंट (AC) छोड़ना बंद कर दिया था. और एक व्यापार की तलाश में, आइंस्टीन का परिवार इटली चला गया. इटली में वे पहले मिलन में रहने लगे और फिर बाद में पाविया गये. जब उनका परिवार में पाविया में रह रहा, तब आइंस्टीन मूनिच में ही अपनी पढाई पूरीकर रहे थे. उनके पिता आइंस्टीन को एक इलेक्ट्रिकल इंजिनियर बनाना चाहते थे, लेकिन अल्बर्ट आइंस्टीन  को वे जिस स्कूल में पढ़ रहे थे वहा की पढ़ाने की प्रणाली बिलकुल भी पसंद नहीं थी. इसलिए बाद में उन्होंने खुद ही रचनात्मक सुविचारो को लिखना शुरू किया. दिसम्बर 1894 के अंत में, अपने पाविया के परिवार में शामिल होने के लिए उन्होंने इटली की यात्रा करना प्रारंभ किया. उन्होंने झूट बोलकर अपनी स्कूल में डॉक्टर की चिट्ठी दिखाकर छुट्टी ले रखी थी. इटली की यात्रा करते समय उन्होंने “State of Ether in a Magnetic Field” की खोज पर एक छोटा सा निबंध लिखा.1895 में इंस्टें ने 16 साल की उम्र में स्विस फ़ेडरल पॉलिटेक्निक, जुरिच की एंट्रेंस परीक्षा दी, जो बाद में Edigenossische Technische Hochschule (ETH) के नाम से जानी जाती थी. भौतिकी और गणित के विषय को छोड़कर बाकी दुसरे विषयो में वे पर्याप्त मार्क्स पाने में असफल हुए. और अंतमें पॉलिटेक्निक के प्रधानाध्यापक की सलाह पर वे आर्गोवियन कैनटोनल स्कूल, आरु, स्विट्ज़रलैंड गये. 1895-96 में अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा उन्होंने वही से पूरी की. जब वे अपने परिवार के साथ कुछ दिनों तकरह रहे थे तभी उन्हें विन्टेलेर की बेटी मैरी से प्रेम हुआ. जनवरी 1896 में उनके पिता के आदेश पर उन्होंने फिर से जर्मन नागरिकता स्वीकार की. सितम्बर 1896 में, उन्होंने स्विस की परीक्षा पास की और इस समय उन्हें अच्छे ग्रेड मिले थे, जिनमे भौतिकी और गणित में वे टॉप 6 में से एक थे. फिर जुरिच पॉलिटेक्निक में उन्होंने 4साल का गणित और भौतिकी का डिप्लोमा पूरा किया. जहा मैरी विन्टेलेर ओल्सबर्ग, स्विट्ज़रलैंड चली गयी.अल्बर्ट आइंस्टीन / Albert Einstein की भविष्य की पत्नी मीलेवा मारीक Mileva Maric नेभी उसी साल पॉलिटेक्निक में एडमिशन ले रखा था. गणित और भौतिकिशास्त्र के 6 विद्यार्थियों में से वो अकेली महिला थी. और कुछ ही सालो में मारिक और आइंस्टीन की दोस्ती, प्यार में बदल गयी. बाद में वे लम्बे समय तक साथ मेंरहने लगे, साथ में पढने लगे और आइंस्टीन को भी उनमे बहोत दिलचस्पी आने लगी थी. 1900 में, आइंस्टीन को जुरिचपॉलिटेक्निक डिप्लोमा से पुरस्कृत किया गया लेकिन मारिक को गणित में कम ग्रेड होने की वजह से वह फेल हो गयी. ऐसा कहा जाता है की मारिक ने परीक्षा के दौरान आइंस्टीन की असंवेधानिक तरीके से सहायता की थी, लेकिन इसके कोई सबूत हमें इतिहास में नहीं दिखाई देते है.कहा जाता है की अच्छी संगती और अच्छे विचार इंसान की प्रगति का द्वार खोल देते है. ये दोनों ही हमारे जीवन में बहोत मायने रखते है. अल्बर्ट आइंस्टीन  का हमेशा से यही मानना था की हम चाहे कोई छोटा काम ही क्यू ना कर रहे हो, हमें उस काम को पूरी सच्चाई और प्रमाणिकता के साथ करना चाहिये. तबी हम एक बुद्धिमान व्यक्ति बन सकते है. 
                                   अल्बर्ट आइंस्टीन के बारे मै रोचक तथ्य :-
      अल्बर्ट आइंस्टीन अपने दिमाग में ही शोध का विजुअल प्रयोग कर खाका तैयार कर लेते थे। यह उनके लेबोरेट्री प्रयोग से ज्यादा सटीक होता था.* एक पैथोलॉजिस्ट ने आइंन्स्टीन के शव परीक्षण के दौरान उनका दिमाग चुरा लिया था। उसके बाद वह 20-22 साल तक एक जार में बंद रहा.

अल्बर्ट आइंस्टीन सुविचार
  1- दो चीजें अनंत हैं: ब्रह्माण्ड और मनुष्य कि मूर्खता; और मैं ब्रह्माण्ड के बारे में दृढ़ता से नहीं कह सकता।
  2 – जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की।
  3-  ईश्वर के सामने हम सभी एक बराबर ही बुद्धिमान हैं-और एक बराबर ही मूर्ख भी।
                           अल्बर्ट आइंस्टीन पुरस्कार / Albert Einstein Awards :
1) भौतिका नोबेल पुरस्कार (1921).
2) Matteucci medal (1921).
3) Copley medal (1925).
4) Max planck medal (1929).
5) Time person of the century (1999).
     अल्बर्ट आइंस्टीन मृत्यु / Albert Einstein Death :– 18 अप्रैल, 1955 को उनकी मृत्यु प्रिंसटन अस्पताल में हुई.


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