नमश्कार दोस्तों मैं हु Shubham आप सभी का स्वागत करता हु इस Blog पे। दोस्तों ये Blog उन लोगो के बारे मैं हैं, जो सबसे ऊपर उठकर कुछ ऐसा कर गुजरते हैं जो न सिर्फ उनकी जिन्दगी बदल देते हैं बल्कि लाखों के लिए INSPIRATION बन जाते हैं। जो लोग सपने देखते हैं और अपने सपनों पे विश्वास रखकर उने पूरा करने के लिए पुरे जी जाना से प्रयास करते हैं, उन्हें कोई भी मुश्किल रोक नहीं सकती। दोस्तों, आज मैं आपको ऐसे शख्स के बारे मैं बताऊंगा जिसने “Zero Se Hero का सफ़र तय किया…..दुनिया उन्हें Food king Sarath babu के नाम से जानती है, शरथ बाबु नाम का चेन्नई शहर का लड़का जिसने अपने इच्छाशक्ति के जोर पे सभी मुश्किलों पर विजय प्राप्तकरके, अपने सपने को साकार किया। बहूत गरीब घर मैं, चेन्नई के एक झोपड़ियों की बस्ती मैं जन्मे शरथ ने BITS PILANI से इंजीनियरिंग ओर IIM Ahmedabad से MBA पूरा किया, आज वे एक बड़े Businessman और Foodking Catering Services Pvt Ltd, कंपनी के मालक हैं। 2008 साल मैं उन्हें
‘पेप्सी यूथ आयकॉन’ (आदर्श युवक) पुरस्कार से सन्मानित किया।
शरथ बाबु और उनकी माँ
शरथ का जन्म चेन्नई के माडीपक्कम मैं हुआ। उसे दो बड़ी बहने और दो छोटे भाई है। शरथ के माँ ने बहुत मेहनत कर के अपने पाच बच्चो को बढाया। उनके घर मैं वे अकेली ही कमाने वाली थी। शरथ की माँ सुबह ईडली बेचती थी, दोपहर सरकारी स्कुलो मैं बच्चों को खाना देने का कम करती थी। इतनी ख़राब हालत होकर भी शरथ ने कभी भी हार नहीं मानी। Engineering के बाद शरथ ने 3 साल पोलारीस सॉफ्टवेयर कम्पनी मैं काम किया। पोलारीस मैं काम करके उन्होंने अपने परिवार के ऊपर के सारे कर्जे उतार दिये। और CAT की तयारी शुरू कर दी। जब पहली CAT परीक्षा हुई तो पेपर लिक होने के वजेह से उन्हें फिर से CAT की परीक्षा देनी पड़ी जिसमे सरथ ने अच्छा Score किया और उन्हें IIM कॉलेज से इंटरव्यू को बुलाया गया.एक बड़ी IT कम्पनी ने उन्हें सालाना 8 लाख रुपये पेमेंट की नोकरी का offer दिया पर उन्होंने उस नोकरी को ठुकराकर अपनी Catering कम्पनी शुरू करने काजब फैसला लिया तो वो एक चर्चा का विषय बन गया, उनका सब ने मिलकर मजाक उड़ाया घर में बहार रिश्तोमे सबने लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी MBA के बाद शरथ ने इडली बेचने का काम किया, जीस काम को उनकी माँ घर चलाने के लिए करती थी. लेकिन उन्होंने डटकर अपनी “
फूडकिंग” नाम की कॅटरींग कम्पनी पर अपना पूरा लक्ष्य केन्द्रीत कियाऔर उसे ऊचाई पर ले गए। जिसकी first unit opening
नारायण मूर्ती, founder of
INFOSYS के हाथो से हुई। आज पुरे भारत में फूडकिंग की 500 से ज्यादा शाखायें हैं और फूडकिंग का TURNOVER करोडो का हैं, और सबसे बड़ी बात आज फूडकिंग के जरिये 50,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलता हैं। कम उम्र मैं ही उन्होंने जो उचाई छू ली, जिसे देखकरसभी उनसे inspire होंगे। चीटी की मुहं से खाना छिनकर खाने तक की गरीबी देखकर शरथबाबु ने जो कर दिखाया।
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