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Tuesday, May 30, 2017

कभी गटर का पानी पिता था लेकिन आज करोडो का मालिक है


           नमश्कार दोस्तों मैं हूँ Shubham आप सभी का स्वागत करता हूँ इस Blog पर। दोस्तों हमेशा आपको Success Story सुना कर आपको तो Motivate करता हूँ लेकिन आपके साथ मुझे भी कुछ अलग अलग बाते सिखने का मौका मिलता है। इसी  ख़ुशी के साथ आज के Article की शुरुआत करते है। दोस्तों जो Successful People होते है वो काफी संघर्ष कर के आगे बढ़ते है। बिलकुल इसी तरह आज का Article जिस शख्स के बारे में है, वो महाशय को भी कभी भूक का सामना करना पड़ा और दोस्तों आप Imagine नहीं कर पाओगे इस शख्स ने अपने भाई बहनो को भुकमारी से अपने ही आंखो के सामने  मरते हुए देखा है। साफ़ पानी कभी पिने को नहीं मिलता था तो गटर का पानी पी कर इस महाशय ने दिन गुजारे हैं। दोस्तों मै तो दुआ करूंगा की ऐसे दिन अपने दुश्मन को भी ना आए। जी हां दोस्तों  इस महाशय का नाम Dr. Kumar Bahuleyan है। आपको यकीन नहीं होंगा but its true कुमार जी आज दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियों में सैर करते है और अपने खुद के Private Jet से उड़ान भरते है। इतना ही नहीं जिस गांव में इन्होने अपने भाईयो को भुख्मारी और बिमारी से मरते हुए देखा था आज उसी गांव को इन्होने 130 करोड़ रुपये Donation के तौर पर दिए है।


             Kumar Bahuleyan का जन्म केरल के एक छोटे से गांव में हुआ जहॉं पिने का पानी, बिजली, शौंचालय कुछ नहीं था। पिताजी किसी तरह मजदूरी कर के घर चलाते थे, लेकिन कभी कभी दो वक्त की रोटी नसीब न होने के कारन जैसे मैंने आपको पहले ही बताया था..... उनको भूका सोना पड़ता था नहीं तो गांव में स्वच्छ पानी न होने के कारण गटर का पानी ही उनकी भूक मिटाता था। भूक की तड़प और पानी की प्यास की वजह से इनके तीन भाई बहनो ने दम तोड़ दिया। Kumar की माँ को भी साफ़ पानी न मिलने के कारन और भुख्मारी का शिकार होने के कारन हमेशा बीमार रहती थी और ऐसेही एक दिन उन्होंने भी अपना दम तोड़ दिया और उनके प्राण चले गए।

 
 

              उसी दौरान कुमार के पिता ने अपने ही गांव के छोटे जाती वाले शिक्षक को अपने बेटे की याने Kumar के पढाई की जिम्मेद्दारी सौंपी। इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी कुमार कभी परिस्थितियों से हारे नहीं कठीन  संघर्ष करते चले गए। बचपन से ही Kumar को पढाई में Interest था। यही बात को समझते हुए उनके Teachers ने Kumar को आर्थिक सहयता भी करि। High School की पढाई पूरी करने के बाद Kumar ने Christian Missionaries Medical Collage से Medical की पढाई Complete कियी।


              एक अच्छा और पढाई में हमेशा अव्वल रहने के कारण Government की तरफ से उनको Scholarship प्राप्त हुई और उनको Surgical  शिक्षा के लिए उन्हें Scotland जाने का मौका मिला।  ६ साल बाद वह अपनी पढाई पूरी कर के वापस India आये तो उन्हें कोई Job नहीं मिली। काफी मुश्किलों के कारन अंत में उन्होंने US जाने का निर्णय लिया और वहा से वह New York  चले गए और Albion Medical Collage में काम करते हुए उन्होंने अपने Career की शुरुआत कियी। उसके बाद Buffalo University में वह Neurosurgery के Associate Professor भी है। इस प्रकार उन्होंने बहुत पैसा कमाया और उसी दौरान उनका अपने गांव को आना हुआ तब उनको और उनके Lifestyle को देखते हुए सब दंग रह गए। गांव में आने के कारन वो बचपन में कठिनाइयों में गुजारे हुए दिन उनको याद आ  गये।  उनके भाई बहनो को जैसे उन्होंने मरते हुए देखा था उसी कारन उन्होंने अपंने गांव की परिस्थितियों में सुधर लाना चाहा और 1993 में उन्होंने Bahuleyan Charitable Trust की स्थापना कियी। और एक के बाद एक अस्पताल से ले कर सड़को तक सब अच्छी व्यवस्था करने का जिम्मा अपने सर के ऊपर उठा लिया। 2007 में उन्होंने अपने गांव के लिए 130 करोड़ रुपये Donate कर दिए। आज भी वह कभी America में तो कभी India में अपने मर्जी नुसार रहते है। Dr. kumar अपने आज भी आलीशान बंगले में रहते है लेकिन गाँव में छोटे-मोटे काम करते नजर आते है। इनके पास खुद का Private Jet है और Rolls Royce कार है। ये सब होने के बावजूद भी इनका दिल बहुत बड़ा है।  यही बात मुझको इनकी ज्यादा अच्छी लगी।
               तो चलिए मुझे दिजिये इजाजत जल्दी लौटूंगा नए Article के साथ यदि आपको मेरा Article पसंद आया हो तो मुझे आप Social Media (Facebook, Instagram,  LinkedIn) पर Follow कर सकते है। और हां Subscribe करना ना भूले धन्यवाद। 

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