नमश्कार दोस्तों मैं हु Shubham आप सभी का स्वागत करता हु इस Blog पे। आज का Article कुछ ऐसा है की हमको क्रोध से कैसे बचना चाहिए उस पर लगाम कैसे लगाई जाये और उसके फायदे नुकसान के बारे मे हम आज Discussion करेंगे।
घर में चोरी हो जाय तो कुछ न कुछ सामान बच जाता है, लेकिन आग लगे तो सब भस्मीभूत हो जाता है। इसी प्रकार हमारे अन्तःकरण में काम, मोह, लोभ, अहंकारीरूपी चोर आये तो कुछ पूण्य क्षीण होते है लेकिन क्रोधरूपी आग लगे तो हमारा तमाम जप, तप, पूण्यरूपी धन भस्म हो जाता है। अतः सावधान होकर क्रोधरूपी भस्मासुर से बचो।
25 मिनट तक चबा-चबा कर भोजन करो। सात्विवक आहार लो। लहसुन, लाल मिर्च और तली हुई चीजो से दूर रहो। क्रोध आये तब हाथ की उंगलियो के नाख़ून हाथ की गद्दी पर दबें, इस प्रकार मुट्ठी बंद करो। एक गिलास पानी, तुलसी के पत्ते, 10 gm शहद सेवन करके और संतकृपा चूर्ण यानी की सत्संग का थोडा श्रवण अगर हर रोज हम करे तो चित्त की प्रसन्नता बढ़ती है। अगर ये भी नहीं होता है आपसे, तो तुलसी की पत्ते हर सुबह सेवन करने ही चाहिए यदि आपने ये किया तो आप को क्रोध आना तो दूर होगा ही और साथ में आपको हर रोज Fresh Feel होगा।
टिप- संबधित Article संत पुरुष की Book's से लिया गया है। इसमें मेरा कोई Experience नहीं है। लेकिन हां में भी इन बातो को मेरी Life में पूर्णतः से अपनाने का प्रयास जरूर करूंगा धन्यवाद।
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