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Monday, January 2, 2017

21 साल की उम्र में 750 करोड़ का मालीक Ritesh Agarwal Biography In Hindi


          नमश्कार दोस्तों मैं हु Shubham आप सभी का स्वागत करता हूँ इस Blog पर। दोस्तों हम अक्सर देखते है की 20-21 वर्ष की उम्र में बच्चे ज्यादातर पढाई करते है और Rat Race में भागने की तैयारी करते है, और कई नवजवान Job की तलाश में रहते है। लेकिन वही दूसरी तरफ Odisa State से Belong करने वाले लड़के ने 21 साल की उम्र में देखते ही देखते कम से कम समय में एक ऐसी कामियाबी हासिल की है जो की India के करोडो Students के भी सपने से बढ़ कर है।


        जी हाँ दोस्तों ये कहानी किसी और की नहीं बल्कि OYO Rooms के Founder और CEO श्रीमान Ritesh Agarwal की है। 10th Std के बाद रितेश को पढाई के लिए North India में आने का मौका मिला। लेकिन 12th से ज्यादा वह पढ़ न सके।
        अगर रितेश की आज तक की ज़िन्दगी पर नज़र डालें तो एहसास होता है कि वो बचपन से ही उनके सपने बड़े थे और इस अपूर्व सफलता की तैयारी में जुट गये थे केवल 8 साल की उम्र में उसने कंप्यूटर प्रोग्राम लिखने शुरू कर दिए। १६ साल की उम्र में Tata Institute of Fundamental Research ने रितेश को Asian Science Camp के लिए चुना गया १७ का होते होते वह भारत के सबसे कम उम्र के सीईओ (CEO) की श्रेणी में अपना नाम लिखवा चुके थे और उनकी कंपनी का नाम था Worth Growth Partners! असल में उनके व्यापर की शुरुआत हुई जब वह 14 वर्ष के थे। कई शहरों में जाना पड़ता उन्हें और कभी रहने के लिए Hotel अच्छे मिलते, कभी खराब। कभी सस्ते तो कभी बहुत महंगे। बस यहीं से उसे विचार आया कि क्यों न एक ऐसा Model बनाया जाए ताकि लोगों को रहने के लिए सस्ते में अच्छा Hotel मिल जाए।




          रितेश ने उसी Idea पर काम करते हुए 18 की उम्र में Orwell के नाम से कंपनी खोली जिसे Venture Nursery की मदद से ३० लाख रुपये की मदद मिली। एक ही साल में उसने कंपनी में नए बदलाव कर उसका नाम रखा OYO Rooms। कंपनी का Project Cost यानि किम्मत 14 करोड़ रुपये और उसे Light speed Venture Partners और DSG Consumer Partners, सिंगापुर की तरफ से 4 करोड़ रुपये मिले ताकि Business का विस्तार किया जा सके। सिर्फ 10 महीनों के बाद कंपनी का मूल्यांकन हुआ $60 Milion का और Lights speed Venture Partners ने Sequoia Capital के साथ मिल के रितेश की कंपनी में क़रीब 36 करोड़ रुपये और Invest किये। और अब हाल ही में OYO Rooms को फिर से फंडिंग प्राप्त हुई। Greeoaks Capital, Sequoia Capital, Light speed Ventures और DSG Consumer Partners) ने कंपनी का मूल्यांकन किया 750 करोड़ पर और क़रीब 158 करोड़ रुपये Invest किये।
            ऐसे रितेश कामियाबी की सीढिया चढ़ते ही जा रहे है। लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था। दिन रात की कड़ी मेहनत का नतीजा है यह। एक वक़्त ऐसा भी आया रितेश के जीवन में जब दिल्ली में घर का किराया न दे पाने के कारण उसके मकान मालिक ने उसे घर में घुसने नहीं दिया मकान की सीढ़ियों में कितनी ही रातें काटीं उसने, और अब देखिये, उसकी गुडगाँव स्थित कंपनी, OYO Rooms के देश भर के 100 शहरों में 1000 से ज़्यादा कमरे हैं। सोचिये, अगर रितेश ने इतनी कम उम्र में इतना बड़ा जोख़िम न उठाया होता तो यह सफलता शायद उसे कभी हासिल नहीं होती| हाँ, वह विफल हो सकता था लेकिन उसकी बहादुरी का साथ दिया उसकी किस्मत और उसके कड़े परिश्रम ने। आज वह कितने ही लोगों के लिए रोज़गार के नए रास्ते खोल चुका है। आज की और आने वाली पीढ़ी के लिए एक उदहारण है रितेश अग्रवाल अगर जी जान से मेहनत की जाए तो किस्मत भी झक मरा के आपका साथ देती है। और हाल ही में Startup India के प्रोग्राम में PM Modi ने रितेश की खूब तारीफ की है।


       रितेश को बिना शूज के काम करने को काफी Confertable महसूस होता है और उनका कहना है की "जल्द से जल्द शुरू करो और जल्द से जल्द Fail करो" क्योकि उनका मनना है की पहली बार आप अगर Fail करते हो तो उससे बहुत कुछ सिख के अगली बार एक बेहतर कंपनी हम बना सकते है।
   
तो दोस्तों Do Subscribe And Share धन्यवाद।

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