नमश्कार दोस्तों मैं हु Shubham आप सभी का स्वागत करता हु इस Blogg पे। दोस्तों आत्मविश्वास अपने जीवन की सबसे बड़ी कुंजी है। ये अगर आपके पास है तो आप दुनिया की बड़ी से बड़ी भी मुश्किल आप टाल सकते है। और अगर येे आपके पास नहीं है। तो आप रस्ते पर भी आ सकते है, नहीं तो आप एक आम जिंदगी भी जी सकते है। तो आईये देखते है की इसकी कमी रहने से क्या होता है.......
आत्मविश्वास (Self Confidence) यानी अपने-आप पर विश्वास। जीवन में सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास का होना अति आवश्यक है। आत्मविश्वास (Self Confidence) की कमी होना, स्वयं पुरुषार्थ न करके दूसरे के भरोसे अपना कार्य छोड़ना यह अपने साथ अपनी आत्मिक शक्तियो का अनादर करना है। ऐसा व्यक्ति जीवन में असफल रहता है। जो अपने को अजन्मा आत्मा, अमर चैतन्य मानता है, उसको दृढ बिश्वास हो जाता है कि ईश्वर व ईश्वर शक्तियो का पुंज उसके साथ है।
सभी महान विभूतियो एवं संत-महापुरुषों की सफलता व महानता का रहस्य आत्मविश्वास, आत्मबल, सदाचार में ही निहित रहा है। उनके जीवन में चाहे कितनी भी प्रतिकूल व् कठिन परिस्थितिया आयीं, वे घबराये नहीं, आत्मविश्वास व निर्भयता के साथ उनका सामना किया और महान हो गये। वीर शिवजी ने आत्मविश्वास के बाल पर ही 16 वर्ष की उम्र में तोरणा का किल्ला जित लिया था। भगवत्पाद साँई श्री लीलाशाहजी महाराज ने 20 वर्ष की उम्र में ही ईश्वर की अनुभूति कर ली। दुबले-पतले महात्मा गांधी ने आत्मविश्वास के बल पर ही कुटिल अंग्रेजो से लोहा लिया और 'अंग्रेजो! भारत छोडो' का नारा लगाकर अंग्रेज शासको को भारत छोड़ के भागने पर मजबूर कर दिया।
अतः कैसी भी विषम परिस्थिति आने पर घबराये नहीं, परमात्मा-चिंतन करके ॐ का दीर्घ उच्चारण करते हुए ईश्वर की शरण चले जाये। इस तरह आत्मविश्वास जगाकर साहस, उद्यम, बुद्धि व धिर्य पूर्वक परिस्थिति का सामना कर अपने लक्ष्य को पाने का संकल्प दृढ करे।
हमें रोक सके, ये जमाने में दम नहीं। हमसे ज़माना है, जमाने से हम नहीं।।
और आखिर में Subscribe करना ना भूले। धन्यवाद।।
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