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Tuesday, June 5, 2018

चार वर्णो में विभाजित यह जाती व्यवस्था Cast System Of India

Cast System Of India
            नमश्कार दोस्तों मैं हूँ Shubham आप सभी का स्वागत करता हूँ इस Blog पर और हमेशा की तरह एक नए Article "Cast System Of India" के साथ आपके लिए हाजिर हूँ।  पिछले Article में मैंने धर्म के बारे में चर्चा की थी उसी का आधार लेकर आगे बढ़ते है और जाती व्यवस्था कैसे निर्माण हुई उस पर चर्चा करते है। उम्मीद है आपको पसंद आएगा तो इसी बात को आगे बढ़ाते हुए सीधा मुद्दे पर आता हूँ।

यह Article पढ़ने से पहले यह Article जरूर पढ़े धर्म क्या है? What is Religion?


 

          प्रकृति और सृष्टि नुसार हर आदमी में कुछ न कुछ गुण होते है। जैसे कई आदमियों का स्वाभाव गुस्से वाला होता है उनको जरा ज़रा सी बातों पर गुस्सा आता है। ठीक उसी तरह अन्य लोगो की बात करू तो कई आदमियों में गुस्से की भावना कम होती है और वह बहुत शांत और शीतल स्वभाव के रहते है, तो वही दूसरी तरफ कई आदमी माध्यम भाविक रहते है मतलब उनको गुस्सा समय-समय पर आता है और शान्ति और शीतलता भी समय-समय पर आती है। यह बातो से मैं आपको यह साबित करने जा रहा हूँ की हर मनुष्य एक जैसा नहीं होता है बल्कि अन्य प्रकार के गुण उसके अंदर होते है। वैसे ही इस बात का प्रमाण स्पष्टता पूर्वक बताने का प्रयास करूँगा, जिसे भगवान् श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भागवत गीता के माध्यम से अपने मुखारविंद से बड़ी सफलता पूर्वक बताया हैं। श्रीमद्भागवत गीता में 4th अध्याय (Chapter) में 13 वे श्लोक में कहा है।

चातुर्वर्ण्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागश: |
तस्य कर्तारमपि मां विद्ध्यकर्तारमव्ययम् || 13||

          यानी की यह सृष्टि में हर आदमी का विभाजन खाली उसके गुणो और कर्मो के नुसार किया गया है। जैसे की सत, रज और तम यह गुणों के आधार पर और ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र यह चार वर्णो के आधार पर ही पूरी सृष्टि रची गयी है। जैसे की कोई अगर बुद्धिमान हो तो वह मनुष्य ब्राम्हण वर्ण में आता है, अगर कोई ताकद से शक्तिशाली हो तो वह मनुष्य क्षत्रिय वर्ण में आता है, ठीक उसी तरह जिस मनुष्य के अंदर व्यापार करने की कला हो और साथ ही उसका मनोबल तेज हो तो वह मनुष्य वैश्य वर्ण में आता है और जिस मनुष्य का मनोबल भी कमजोर है साथ ही वह शक्तिशाली भी नहीं है ताकद से और वह बुद्धि से भी कमजोर है ऐसे मनुष्य शूद्र वर्ण में आते है। दोस्तों मजे की बात तो यह है की यह 4 वर्णों में विभाजित यह जाती व्यवस्था अपने अपने कर्मो के नुसार है लेकिन पुराने जमाने में लोगो ने कई तरह से गलत रास्ता अपनाते हुए अपने निजी उपभोग के लिए इसे बर्बाद किया है और तब से मनुष्य में एक दूसरे के प्रति द्वेष तथा उच्च-नीचता, छुआ-छुद यह भावना निर्माण हुई है।


 

           यही विषय को जारी रखते हुए एक बात बताने का प्रयास करूँगा की चार वर्णो में विभाजित यह जाती व्यवस्था अखंड है इसे कोई बदल नहीं सकता और यह स्वाभाविक है लेकिन यह भी उतना ही सच है की इन चार वर्णो में से अगर एक भी वर्ण नष्ट करने का प्रयास करे तो दुनिया में मनुष्य जीवन नष्ट हो सकता है क्योकि यह चार वर्ण एक दुसरे पर आधारित है। जैसे ब्राम्हण वर्ग का कर्त्तव्य है मनुष्य समाज में चलने वाली बुराइयों का और अच्छाइयों का अकालन करना तथा अपने बौद्धिक क्षमता से मनुष्य समाज की रक्षा करना, ठीक उसी तरह क्षत्रिय वर्ण का कर्त्तव्य है मनुष्य समाज की रक्षा करना यानी प्रजा की रक्षा करना, वैश्य वर्ण का कर्तव्य है की व्यापार करना और मनुष्य समाज में आर्थिक उपलब्धियों में बढ़ाव लाना, शूद्र वर्ण का कर्तव्य है समाज में लोगो की सेवा करना जैसे साफसफाई करना छोटे मोटे काम करना यह शूद्र वर्ण का काम है। क्योकि इस वर्ण के लोग बुद्धि से कमजोर होते है तथा शक्ति से भी कमजोर होते है और उनका मनोबल भी बेहद कम होता है इसलिए वह शूद्र वर्ण में आते है।


 

       यह सब ठीक है लेकिन बात तब बिगड़ती है जब अन्य वर्ण के लोग शूद्र वर्ण का तिरस्कार करते है। और यही वर्ण आगे चलकर जाती में तब्दील हुई और तब से लेकर आज तब उच्च-नीच की भावना हमको आज भी दिखने को मिल रही है। उम्मीद है अपने देशवासी जल्दी ही इस बात को समझे और आपस में जातिवाद करना छोड़ दे। क्योकि दोस्तों चार वर्णो में विभाजित यह जाती व्यवस्था अटल है और कमाल की बात तो यह है की चारो वर्ण एक दूसरे के बिना अधूरे है अगर चारो वर्णो में से एक वर्ण को भी हम मिटाने की कोशिश करेंगे तो हम सबका जीना मुश्किल हो जाएगा इतनी शक्ति इन वर्णो में है और यह मनुष्य के गुणों के नुसार है ना ही अमिर और गरीब परिस्थिति नुसार। उम्मीद है आपको यह Article जरूर पसंद आया होगा इसी से Related और एक Article जल्द ही आपके सामने आने वाले कुछ समय में पेश करूंगा तब तक के लिए मुझे दीजिये इजाजत और इसी बात पर अमल रहते हुए मैं मेरी कलम को यही रोखता हूँ। इतनी देर से मेरे साथ बने रहने के लिए आप सब का धन्यवाद। 😃

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